आदिकाल
हिंदी साहित्य के इतिहास में लगभग 8वीं शताब्दी से लेकर 14वीं शताब्दी के मध्य तक के काल को आदिकाल कहा जाता है। इस युग को यह नाम डॉ॰ हजारी प्रसाद द्विवेदी से मिला है। भाषा की दृष्टि से इस काल के साहित्य में हिंदी के प्रारंभिक रूप का पता चलता है तो भाव की दृष्टि से भक्तिकाल से लेकर आधुनिक़ काल काल तक की सभी प्रमुख प्रवृत्तियों के आदिम बीज इसमें खोजे जा सकते हैं। इस काल की रचना–शैलियों के मुख्य रूप इसके बाद के कालों में मिलते हैं। यहाँ पर आदिकाल से सम्बंधित प्रश्नों को Hindi Friend Community द्वारा अप्डेट किया जा रहा है। जिसमें आप भी प्रश्न पूछ व किसी प्रश्न का उत्तर दे सकतें हैं और इस पेज को Follow कर सकते हैं। जिससे आपको हमारी ओर से ईमेल के माध्यम से लेटेस्ट प्रश्न अप्डेट होंगे।